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ICSE Full Form In Hindi : अगर आप भी पढ़ाई करते है तो आपने कभी न कभी ICSE का नाम तो जरुर सूना ही होगा, ऐसे में मन में सवाल आता है की आखिर ICSE क्या है और इसकी शुरुआत कैसे हुई थी.

लेकिन ज्यादात्तर लोगों को ICSE Full Form के बारे में पता नहीं है, इसलिए हम आज का यह लेख लेकर आएं हैं।
इस लेख में हम आईसीएसई फुल फॉर्म के बारे में विस्तार से जानेंगे, इसलिए इस लेख में अंत तक जरूर बने रहें, ताकि आपको ICSE Full Form और आईसीसी के बारे में अन्य कई महत्वपूर्ण जानकारी मिल सके।
ICSE Full Form In Hindi
ICSE Full Form In Hindi : ICSE की फुल फॉर्म “Indian Certificate of Secondary Education” होती है।
इसके अलावा ICSE का हिंदी में मीनिंग “भारतीय माध्यमिक शिक्षा प्रमाण पत्र” होता है।
चलिए अब हम टेबल के माध्यम से ICSE की फुल फॉर्म जानते हैं :-
I | Indian |
C | Certificate |
S | Secondary |
E | Education |
ICSE क्या है?
ICSE एक प्राइवेट शैक्षिक बोर्ड है, आईसीएसई के अंतर्गत काउंसिल फॉर दी इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट्स एग्जामिनेशन (CISCE) द्वारा 10वीं और 12वीं (Indian School Certificate) के लिए परीक्षाएं आयोजित करवाई जाती है, इन परीक्षाओं को 1986 की शिक्षा प्रणाली के अंतर्गत इंग्लिश भाषा में करवाया जाता है।
आईसीएसई की शिक्षा प्रणाली सीबीएसई और अन्य सभी राज्य बोर्ड की शिक्षा प्रणाली से बिल्कुल अलग होती है, आईसीएसई बोर्ड मूल भारत के अंतर्गत नहीं आता, इसी कारण यह बोर्ड बाकी राज्य बोर्ड और सीबीएसई से अलग होता है।
इसके अलावा आईसीएसई द्वारा अन्य राज्य बोर्ड को इंग्लिश भाषा में परीक्षा करवाने के लिए भी उत्साहित किया जाता है।
हर बोर्ड का शिक्षा देने और परीक्षाएं करवाने का तरीका बिल्कुल अलग होता है, भारत के सबसे ज्यादा स्कूलों में आईसीएसई बोर्ड का दूसरा स्थान है, जबकि सबसे ज्यादा स्कूलों में पहले स्थान पर CBSE बोर्ड आता है।
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ICSE का इतिहास (ICSE की स्थापना कब हुई)
आपके लिए यह जानना भी बहुत जरूरी है कि आईसीएसई की स्थापना कब हुई? कैंब्रिज यूनिवर्सिटी द्वारा 1958 में आईसीसी की स्थापना हुई थी, इसका मुख्य उद्देश्य भारत में परीक्षाएं करवाना और प्रशासन स्थापित करना था।
1966 में आईसीएसई बोर्ड सोसाइटी रजिस्ट्रेशन एक्ट के अंतर्गत आ गया, आईसीएसई का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।
ICSE 11वीं और 12वीं के लिए जरुरी विषय
अगर आप आईसीएसई बोर्ड में 11वीं और 12वीं कक्षाओं में पढ़ना चाहते है, तो आप नीचे दिए गए कुछ विषयों में से किसी भी विषय को चुन सकते हैं।
चलिए अब हम ग्रुप के माध्यम से जानते हैं, कि आपके लिए आईसीएसई बोर्ड में 11वीं 12वीं करने के लिए कौन से विषय जरूरी हो सकते हैं :-
ग्रुप 1.
आईसीएसई से 11वीं और 12वीं करने के लिए आपको नीचे दिए गए सब्जेक्ट में से किसी एक सब्जेक्ट को चुनना होगा :-
- इंग्लिश (अंग्रेजी)
- किसी अन्य भाषा का विषय
- इतिहास, नागरिकशास्र और भूगोल (इनमें से आप एक विषय ले सकते हैं)
- विज्ञान अनुप्रयोग
ग्रुप 2.
अगर आप आईसीएसई बोर्ड से 11वीं और 12वीं करना चाहते हैं, तो आप नीचे दिए गए विषयों में से किन्ही दो या तीन विषयों को चुन सकते हैं :-
- मैथमेटिक्स (गणित)
- साइंस (फिजिक्स / केमेस्ट्री / बायोलॉजी) विज्ञान
- इकोनॉमिक्स (अर्थशास्त्र)
- कमर्शियल स्टडीज (वाणिज्यिक अध्ययन)
- एनवायरमेंटल साइंस (पर्यावरण विज्ञान)
- ए मॉडर्न फोरिजन लैंग्वेज (विदेशी भाषा)
- ए क्लासिकल लैंग्वेज (क्लासिकल भाषा)
ग्रुप 3.
अगर आप आईसीएसई बोर्ड से 11वीं और 12वीं की कक्षाओं में पढ़ना चाहते हैं, तो आप नीचे दिए गए विषयों में से किन्ही एक विषय को चुन सकते हैं :-
- कंप्यूटर अप्लीकेशन
- टेक्निकल ड्रॉइंग
- मास मीडिया और संचार
- योगा
- वाणिज्यिक अनुप्रयोग
- ड्रामा
- अर्थशास्त्र अनुप्रयोग
- कार्नेटिक संगीत
- कला
- कुकरी
- भारतीय संगीत
- शारीरिक शिक्षा
- वाद्य संगीत
- नृत्य
- कला प्रदर्शन
ग्रुप 4.
जैसा कि आपको पता है कि 11वीं और 12वीं कक्षाओं के लिए 6 विषयों का चुनाव करना होता है, अगर आप आईसीएसई बोर्ड से 11वीं 12वीं का अध्ययन करते हैं, तो आपको नीचे दिए गए विषयों में से 6 विषयों का चुनाव करना होगा :-
- कंपलसरी इंग्लिश
- इंग्लिश लिटरेचर
- भारतीय भाषा
- ए मॉडर्न फोरिजन लैंग्वेज
- क्लासिकल भाषा
- समाज शास्त्र
- इतिहास
- अर्थशास्त्र
- भूगोल
- राजनीति विज्ञान
- व्यापार
- मनोविज्ञान
- लेखांकन
- बिजनेस स्टडीज
- गणित
- ज्यामितीय और यांत्रिक ड्राइंग
- भौतिक विज्ञान
- रसायन शास्त्र
- सामाजिक रूप से उपयोगी उत्पादक कार्य
- जीवविज्ञान
- ज्यामितीय और भवन आरेखण
- जैव प्रौद्योगिकी
- पर्यावरण विज्ञान
- इंजीनियरिंग भौतिकी
- शारीरिक शिक्षा
- कर्नाटक संगीत
- गृह विज्ञान या गृह अर्थशास्त्र
- फैशन डिजाइन
- हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत
- कला
- इलेक्ट्रानिक्स
- कंप्यूटर विज्ञान
ICSE और CBSE बोर्ड में अंतर
- आईसीएसई के मुकाबले भारत में सीबीएसई बोर्ड के स्कूल ज्यादा है, और आईसीएसई सीबीएसई बोर्ड सबसे ज्यादा स्कूल्स के मामले में पूरे भारत में दूसरे स्थान पर है।
- आईसीएसई में केवल इंग्लिश भाषा में ही सिलेबस होता है, लेकिन सीबीएसई बोर्ड में इंग्लिश और हिंदी दोनों भाषाओं में सिलेबस पढ़ाया जाता है।
- आईसीएसई बोर्ड के स्कूलों में कम बच्चे होते हैं, जिसके कारण आईसीएसई बोर्ड के अध्यापक बच्चों पर अधिक ध्यान देकर अच्छे से शिक्षा दे पाते हैं, इसके अलावा दूसरे किसी भी बोर्ड जैसे सीबीएससी आदि की बात करें तो इनमें बहुत ज्यादा स्टूडेंट्स पर एक अध्यापक होता है।
- आईसीएसई बोर्ड के स्कूलों में विद्यार्थियों को उनकी मनपसंद कला या काम सीखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जबकि सीबीएसई बोर्ड में ऐसा बिल्कुल नहीं होता।
- ज्यादातर बोर्ड में कई तरह के बेसिक सब्जेक्ट्स जैसे मैथ और साइंस आदि पर बहुत ज्यादा ध्यान दिया जाता है, लेकिन आईसीएस बोर्ड में मैथ और साइंस विषय के अलावा अन्य कलात्मक प्रेक्टिकल सब्जेक्ट पर भी बहुत ज्यादा ध्यान दिया जाता है।
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निष्कर्ष
तो चलिए, अब हम आज के इस लेख से जुड़े लोगों द्वारा अक्सर पूछे जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण सवाल और उनके जवाब जानते हैं, इनके जरिए भी आपको आईसीएसई के बारे में अच्छी खासी जानकारी मिलेगी।
ICSE का full form क्या है?
ICSE का full form “Indian Certificate of Secondary Education” है।
ICSE का हिंदी मीनिंग क्या होता है?
आईसीएसई का हिंदी में मीनिंग “भारतीय माध्यमिक शिक्षा प्रमाण पत्र” होता है।
ICSE की की स्थापना कब हुई थी?
“कैंब्रिज यूनिवर्सिटी” ने आईसीसी की स्थापना “1958” में की थी।
ICSE का मुख्यालय कहां है?
आईसीएसई का मुख्यालय “नई दिल्ली” में स्थित है।
ICSE क्या है?
आईसीएसई एक “शैक्षिक बोर्ड” है, जिसके अंतर्गत आप “इंग्लिश भाषा” में अध्ययन कर सकते हैं।