CBSE Full Form In Hindi : शुरुआत, फायदे, नुकसान

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CBSE Full Form In Hindi – दोस्तों अगर आप एक Students हैं, तो आपने कभी ना कभी CBSE Board के बारे में ज़रुर सूना होगा, या अगर आप पटना वाले खान सर को जानते हैं, तो आपने उनके मुंह से यह ज़रुर सूना होगा की, CBSE वाले लड़के लड़कियाँ बहुत नौटंकी करते हैं |

तो दोस्तों जैसा की नाम से मालूम चलता हैं , की CBSE एक Education Board हैं, लेकिन दोस्तों क्या आपको CBSE Full Form के बारे में मालूम हैं, क्योंकि आपके लिए यह जानना बहुत जरुरी हैं, क्योंकि मैंने देखा हैं, की बहुत सारे Education संस्था से जुड़े हुए लोग |

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CBSE का फूल फॉर्म

किसी भी बात पर हमसे Cbse Full Form के बारे में पूछने लगते हैं, ऐसे में दोस्तों अगर आपको CBSE का फुल फॉर्म नहीं याद हैं, तो आप बस हमारे इस पोस्ट को अंत तक पढ़ते रहिये, क्योंकि आज के इस पोस्ट में हम आपको CBSE और इसके Full Form से सबंधित सारी जानकारी को देने वाले हैं |

तो चलिए, अब हम आज के इस लेख CBSE Full Form को शुरू करते हुए, आपको पूरी जानकारी आसान शब्दों में और विस्तार से देते हैं।

CBSE Full Form in Hindi

आपको CBSE ka full form पता है तो यह जानकारी आपके बहुत काम आ सकती है, CBSE की full form “Central Board Of Secondary Education” होती है, CBSE को हिंदी में “केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड” कहा जाता है,

चलिए अब हम टेबल के माध्यम से सीबीएसई की फुल फॉर्म जानते हैं :-

CCentral
BBoard Of
SSecondary
EEducation

CBSE क्या है?

CBSE भारत का एक बहुत ही महत्वपूर्ण शिक्षा बोर्ड है, इसकी मदद से पूरे भारत में अनेक छात्रों को शिक्षित किया जाता हैं।

सीबीएसई बोर्ड भारत का एक मुख्य बोर्ड है अगर कोई छात्र सीबीएसई बोर्ड से शिक्षा प्राप्त करता है तो उसे IIT और JEE आदि की तैयारी करने में भी बहुत मदद मिलती है।

साथ ही बहुत से सरकारी नौकरी के Syllabus भी CBSE से मिलता जुलता है। इसलिए अगर आप Cbse बोर्ड से अपनी पढ़ाई कर रहे हैं तो आपको सरकारी नौकरी में काफी मदद मिल जाती हैं।

सीबीएसई स्कूलों को केंद्र सरकार द्वारा संचालित किया जाता है, सीबीएसई बोर्ड की स्थापना सन 1962 में 3 नवंबर को हुई थी, पब्लिक सीबीएसई स्कूल्स और निजी सीबीएसई स्कूल्स नई दिल्ली से संचालित किए जाते हैं।

सीबीएसई स्कूलों में इंग्लिश और हिंदी भाषा का इस्तेमाल किया जाता है, और सभी सीबीएसई स्कूलों में NCERT किताबी पढ़ाई जाती है।

चलिए अब हम टेबल के माध्यम से CBSE के बारे में कुछ मुख्य बातें जानते हैं :-

Main PointDetails
CBSE full formCentral Board Of Secondary Education
संचालककेंद्र सरकार
स्थापनासन 1962 में 3 नवंबर को
आधिकारिक भाषाहिंदी और इंग्लिश
cbse websitehttp://cbse.nic.in/
मुख्यालयनई दिल्ली
अध्यक्षमनोज आहूजा

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सीबीएसई द्वारा आयोजित परीक्षाएं

सीबीएसई द्वारा हर साल विभिन्न परीक्षा आयोजित होती है, अगर आपको उन परीक्षाओं के बारे में पता नहीं है, तो चलिए अब हम सीबीएसई द्वारा आयोजित परीक्षाओं की सूची देखते हैं और सीबीएसई द्वारा आयोजित परीक्षाओं के बारे में जानते हैं :-

  • सीबीएससी द्वारा हर साल 10वीं और 12वीं कक्षाओं की परीक्षा का आयोजन किया जाता है
  • सीबीएसई इंडियन नेशनल ओलंपियाड (INSO) परीक्षाएं भी आयोजित करती है
  • साइंस ओलंपियाड फाउंडेशन
  • सिल्वर लाइन ओलंपियाड
  • राष्ट्रीय जैव प्रौद्योगिकी ओलिंपियाड / एनबीओ
  • जियोजेनियस
  • किशोर विज्ञान प्रोत्था योजना / केवीपीवाई
  • नेशनल इंटरएक्टिव मैथ्स ओलंपियाड / एनआईओओ
  • इसके अलावा सीबीएससी शैक्षणिक परीक्षाएं भी करवाती है, जिसके माध्यम से वह शैक्षणिक कौशल का पता लगाती है।

सीबीएसई के फायदे

अगर आप सीबीएसई बोर्ड के छात्र हैं या सीबीएसई बोर्ड में प्रवेश करना चाहते हैं, तो आपको बहुत सारे फायदों के बारे में भी पता होना चाहिए, चलिए अब हम सीबीएसई बोर्ड के कुछ फायदों के बारे में जानते हैं :-

  • अगर आप सीबीएसई बोर्ड के छात्र है, तो आपको सबसे पहला फायदा यह होगा, कि IIT और JEE की परीक्षाओं में ज्यादात्तर सवाल सीबीएसई बोर्ड के सिलेबस से ही आते हैं।
  • सीबीएसई बोर्ड का एक फायदा यह भी है, कि सीबीएसई स्कूलों की संख्या बहुत ज्यादा है, जिसके कारण अगर कोई छात्र किसी अन्य स्कूल में ट्रांसफर करवाना चाहते हैं, तो वह आसानी से हो सकता है।
  • सीबीएसई बोर्ड के छात्रों को एक बड़ा फायदा यह भी मिलता है, कि उनका सिलेबस बदलता नहीं है, जबकि राज्य बोर्ड के सिलेबस में बदलाव होता रहता है।

सीबीएसई नुकसान

बहुत सारे लोग हमसे पूछते रहते हैं,की आखिर सीबीएसई बोर्ड का नुकसान क्या है?, तो आपको बता दूँ की मैंने खुद इस Board के द्वारा अपनी 10 वी की पढाई की हैं, मेरे अनुभव के मुताबिक़ CBSE Board के बहुत सारे नुकसान कुछ इस प्रकार हैं |

  • CBSE Board में फैसिलिटी के नाम पर छात्रों के अभिभावकों से बहुत सारा पैसा ठगा जाता हैं,
  • इस Board के छात्रों को प्रैक्टिकल नॉलेज देने पर कम प्रयास किया जाता हैं, उन्हें केवल किताबी कीड़ा बनाया जाता हैं,
  • कई सारे CBSE Board में अगर अभिभावक फ़ीस नहीं जमा करते हैं, तो उनके बच्चो को टीचर के तरफ से धमकियां मिलती हैं |

सीबीएसई बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय

  • नई दिल्ली
  • त्रिवेणीपुरम
  • गोवाहाटी
  • पटना
  • पंचकूला
  • भुनेश्वर
  • इलाहाबाद
  • अजमेर
  • चेन्नई
  • देहरादून

CBSE बोर्ड के मुख्य उद्देश्य

  • सीबीएसई बोर्ड के छात्रों को बढ़िया , अच्छा और व्यापक पाठ्यक्रम देना
  • छात्रों को बिना किसी परेशानी के उच्च शिक्षा देकर छात्रों के उद्देश्य को पूरा करवाना
  • सभी परीक्षाओं को अच्छे ढंग से संचालित करना।

निष्कर्ष

तो दोस्तों हमें उम्मीद हैं, की आपको हमारा यह पोस्ट जिसमे हमने आपको CBSE Full Form के बारे में बताया हैं, वो आपको बहुत पसंद आया होगी, हमारी हमेशा से यही कोशिश रही हैं, की हम उन लोगो को सीबीएसई के फुल फॉर्म के बारे में बिलकुल सही जानकारी को दे सके,

जो इंटरनेट पर इसके बारे में सर्च करते हैं, अब वैसे तो दोस्तों हमने इस पोस्ट को लिखते समय पुरी कोशिश की हैं, की हम आपको Cbse Full Form के बारे में बिलकुल पुरी जानकारी को दे सके, लेकिन अगर आपके मन में इससे सबंधित अभी भी कोई सवाल हैं |

तो आप हमें उसके बारे में नीचे कमेन्ट बॉक्स में बता सकते हैं, हम 15 मिनट के अन्दर अन्दर आपके द्वारा पूछे गए सवाल का जबाब देंगे | बाकी दोस्तों आप यहाँ नीचे CBSE Full Form से सबंधित कुछ महत्वपूर्ण FAQ को पढ़ सकते हैं, जिसे लोगो के द्वारा बहुतो बार पूछा जाता हैं |

FAQ’s

तो चलिए, अब हम आज के इस लेख से जुड़े लोगों द्वारा अक्सर पूछे जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण सवाल और उनके जवाब जानते हैं, इनके जरिए भी आपको CBSE से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी।

CBSE ka full form क्या है?

CBSE का फुल फॉर्म Central Board of Secondary Education होता है।

CBSE बोर्ड की शुरूआत कब हुई?

सीबीएसई बोर्ड की शुरूआत 3 नवंबर सन 1962 में हुई।

CBSE बोर्ड का मुख्यालय कहां है?

सीबीएसई बोर्ड का मुख्यालय “नई दिल्ली” में “प्रीत विहार” में है।

क्या आप दसवीं के बाद सीबीएसई बोर्ड में प्रवेश कर सकते है?

जी हां, यह कोई जरूरी नहीं है कि छात्र शुरुआत से ही सीबीएसई बोर्ड से पढ़ रहा है, अगर कोई छात्र दसवी के बाद सीबीएसई में प्रवेश करना चाहता है, तो उसे कुछ रिक्वायरमेंट्स और दस्तावेजों की ही आवश्यकता होगी, उसके बाद कोई भी छात्र सीबीएसई बोर्ड में आसानी प्रवेश कर सकता है।

सीबीएसई और आईसीएसई में क्या अंतर है?

आपको पता होगा कि सीबीएसई और आईसीएसई दोनों एजुकेशन बोर्ड है, लेकिन इन दोनों में कुछ अंतर भी है, “सीबीएसई इंग्लिश और हिंदी भाषा में छात्रों को अच्छी शिक्षा प्रदान करती है, जिससे उन्हें भारत की किसी भी जॉब की तैयारी करने में बहुत आसानी होती है, क्योंकि सीबीएससी बोर्ड का सिलेबस भारत की बहुत सारी जॉब की तैयारी के सिलेबस से बहुत मिलता है।”

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नमस्कार दोस्तों मैं Sonu Kumar इस ब्लॉग का लेखक और मालिक हूँ | मैं अपने ब्लॉग पर Career, Job, Earn Money Tips, और लोगो के Success Story के ऊपर लेख लिखता हूँ,

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